285 रु का इंजेक्शन 2100 रु में खरीद रहा भोपाल एम्स
घोटाले की सुगबुगाहट, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम पहुंची भोपाल

285 रु का इंजेक्शन 2100 रु में खरीद रहा भोपाल एम्स
घोटाले की सुगबुगाहट, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम पहुंची भोपाल
भोपाल (राहुल अग्रवाल)–21/6/2028
एम्स भोपाल में घोटाले की सुगबुगाहट, 285 रु का इंजेक्शन ₹ 2100 में खरीद रहा भोपाल एम्स।एम्स भोपाल में दवाओं की खरीद के संबंध में एक घोटाले की सुगबुगाहट नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि भोपाल एम्स अन्य एम्स संस्थानों के मुकाबले अधिक कीमत पर दवाईयां खरीद रहा है। कीमतों पर खरीद के आरोपों की जांच के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक टीम ने भोपाल एम्स पहुंचकर पूछताछ की।टीम ने दवा खरीद से जुड़े दस्तावेजों की जांच की और एम्स डायरेक्टर डॉ. अजय सिंह सहित प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों से लगभग आधे दिन तक पूछताछ की और सम्पूर्ण प्रक्रिया की जानकारी ली।असल में इसकी शुरुआत का जिम्मा भोपाल सांसद आलोक शर्मा द्वारा उठाया गया। भोपाल सांसद एम्स के सदस्य भी हैं इस नाते जब उनके संज्ञान में ये मामला आया तो उन्होंने स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी की बैठक में ये मुद्दा उठाया और इसकी जांच की माँग उठायी। भोपाल एम्स में जेमसिटाबिन नामक एक दवाई का इंजेक्शन 2100 रुपए प्रति नग की दर से खरीदा गया, जबकि यही इंजेक्शन छत्तीसगढ़ के रायपुर एम्स में यही इंजेक्शन 425 रुपए और दिल्ली ऐम्स में 285 रुपए प्रति नग में खरीदा था। इसके अलावा अन्य दवाओं भी भोपाल एम्स में अन्य एम्स की तुलना में अधिक कीमतों पर खरीदी जाती है। भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने इस बात की शिकायत 15 मई को दिल्ली के निर्माण भवन में हुई स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव मौजूदगी में की थी। इसके बाद केंद्रीय कमेटी ने जांच का आश्वासन दिया था।इस मामले में सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि एम्स में कई तरीके की अनियमिताएं है।हमें कई बार अतिक्रमण की मनमानी की शिकायत मिलती है।
जल्द ही हकीकत सामने आ जाएगी–आलोक शर्मा
कुछ दिनों पहले हमे एम्स में ज्यादा कीमत में दवाई सप्लाई की खबर मिली थी। जो दवाई दूसरे राज्यों में 425 और उससे कम दामों में खरीदी गई है, उसे भोपाल एम्स में ज्यादा कीमत पर खरीदा गया।इसकी जांच केंदीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम कर रही है,जल्द ही हकीकत सामने आ जाएगी।